मेरी उफनती जवानी
मैं अब काफी ज्यादा खुल चुकी थी और मैं भूल चुकी थी कि शर्म नाम की भी कोई चीज होती हैं। अब मैं कम से…
मैं अब काफी ज्यादा खुल चुकी थी और मैं भूल चुकी थी कि शर्म नाम की भी कोई चीज होती हैं। अब मैं कम से…
पति, जेठ और सास पहले भी मायके आ चुके थे और मजदूरों के सामने हम चुदाई भी कर चुके थे। लेकिन तब तक मज…
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फिर मम्मी तो पापा, काका और बाकी मजदूरों के साथ खेत चली गई और मैं और भाई तैयार होकर गाँव मे आ गए। फि…