अब तो पापा और सास एक दूसरे से चिपके ही रहते थे। पापा सास को कभी घोड़ी बनाकर चोदते तो कभी लेटाकर। पापा अब सास को लगभग हर पोज़ में चोद चुके थे और सास भी पापा से काफी खुलकर चुदती। अब तो क्या दिन और क्या रात जब मन करता तब चुदाई शुरू कर देते। पापा सास को घर मे सब जगह चोद चुके थे। राज भी सास को पापा से करते देख गर्म हो जाते फिर वो भी पापा के साथ सास की चुदाई करने लग जाते। कभी कभी तो नौकर भी उनके साथ मिल जाता और फिर तीनों मर्द मिलकर सास की चुदाई करते। कभी सास से उनका मन भर जाता तो फिर तीनो मेरी चुदाई करते। मैं भी तीनों से काफी मजे लेकर चुदती।

फिर एक दिन सुबह सुबह ही मेरे पति घर आ गए। उन्होंने बताया के उनका ट्रांसफर यहीं हो गया है और वो अब यहाँ ही रहेंगे। ये सुनकर हम सब काफी खुश हुए। वो आये तब पापा सास के साथ घूमने गए थे। घर पर मैं, राज और नौकर ही थे। फिर पति भी नंगे हो गए और मुझे चोदने लग गए। मुझे चोदते चोदते पति ने सास के बारे में पूछा। तो राज भी वहीं बैठे थे। फिर मैं और राज एक दूसरे को देखकर हँसने लगे। फिर पति ने हमारे हँसने का कारण पूछा तो मैं बोली के कुछ देर में पता चल जाएगा। फिर पति झड़ गए तो मैं, पति और राज पीछे की तरफ आ गए। पीछे आये तो हमने देखा के पापा ने सास को घोड़ी बना रखा था और वो उनकी गाँड मार रहे थे। सास को पापा से चुदते देख पति के पैरों की नीचे से जमीन निकल गई और वो खड़े होकर उनकी चुदाई देखने लगे। फिर मैं और राज हंसते हुए पति को साथ लेकर उनके पास चले गए। पति को देखकर पापा और सास भी थोड़ा शर्मा गए। लेकिन फिर मेरे कहने पर वो करते रहे। फिर पापा सास की गाँड में झड़ गए तो सास खड़ी हुई और पति के पास आ गई और पापा अपना लंड सहलाते सहलाते वहीं खड़े रहे। फिर पति ने सास से पूछा के ये सब कैसे हुआ। फिर मैंने, सास और राज ने पति को सब बताया के कैसे पापा ने मुझसे किया। फिर मम्मी के बारे में भी बताया और फिर भाई के बारे में भी बताया। फिर सास पति से मेरी तरफ इशारा करती हुई बोली के इसके पापा यहाँ मेरी सेवा कर रहे है और तुम जाकर इसकी माँ की सेवा करना। फिर सास ने मम्मी के बारे में बताया के वो तो घर पर किसी पराए मर्द के साथ नंगी रहती है और उससे खूब चुदाई करवाती है। ये सब सुनकर पति बोले के मुझे तो यकीन नहीं हो रहा के मेरे पीछे इतना सब हो गया। फिर सास बोली के बेटा यकीन कर और जिंदगी के मजे ले।

फिर पति ने सास को अपनी बांहों में ले लिया और सबके सामने ही उनके और चूत सहलाने लगे। सास भी कुछ कम नहीं थी वो भी अपने बेटे का लंड सहलाने लगी। फिर हम सब अंदर चले गए। मैंने सबके लिए चाय बनाई और फिर हम सब बैठकर चाय पीने लगे और बातें करने लगे। मैंने पति को भी वो सब बता दिया जो मैंने मायके में किया था। ये सुनकर पति काफी गर्म हो गए और वो सास से करने लगे। फिर राज भी उनका साथ देने लगे और फिर दोनों भाई मिलकर अपनी माँ की चुदाई करने लगे। फिर मैं भी पापा के पास चली गई और उनसे चुदने लगी। फिर नौकर भी आ गया तो वो भी मुझे चोदने लगा। अब मैं और सास दो दो मर्दों से अपनी चूत और गाँड चुदवाने लगी। फिर वो सब झड़ गए तो मैं और सास ने मिलकर घर का काम किया और फिर हम सब नहाकर खाना वगैरह खाकर बाहर वाले कमरे में चले गए। कमरे में सास पापा की गोद मे बैठी थी और पापा सास के बूब सहला रहे थे। पति और राज भी वहीं बैठे थे। फिर सास बोली के मुझसे ज्यादा बेशर्म औरत कौन हो सकती है जो अपने दो जवान बेटों के सामने नंगी किसी आदमी की गोद में बैठी है और उसके बेटे अपनी माँ को ऐसे देखकर अपना लंड सहला रहे है। सास की बात सुनकर हम सब हँसने लगे। फिर पापा सो गए तो सास पापा के लंड पर बैठ गई और सिस्कारियाँ लेकर चुदने लगी। ये देखकर राज और पति भी मुझसे करने लगे। फिर एक राउंड के बाद मैं पति और राज के साथ और सास पापा के साथ सो गई। फिर हम शाम को उठे और फिर मैं तो चाय पीकर नौकर के साथ पीछे काम करने चली गई और सास पति, राज और पापा से चुदाई करवाने लगी।  काम करते करते नौकर ने भी कई बार मेरी गाँड में अपना लंड डाल दिया था और फिर मेरी गाँड में झड़ गया। फिर तो बस घर मे सिर्फ मेरी और सास की सिस्कारियाँ ही सुनाई देती।

फिर एक पति ने मुझसे बेटे से मिलके आने को बोला। तो मैं तैयार होने लगी। मैं तो सूट पहन रही थी लेकिन फिर पति ने मुझे एक शार्ट ड्रेस दी। फिर मैं बोली के मैं बाहर सबके सामने इसमें कैसे जाऊँगी। फिर पति बोले के हम जीप में जाएंगे और सीधा स्कूल ही जायेंगे। मैं बोली के फिर ठीक है। फिर मैंने वो ड्रेस पहन ली। वो ड्रेस ब्लैक कलर की थी और मेरे शरीर से बिल्कुल चिपकी हुई थी। जिस कारण मेरे बूब और गाँड के उभार काफी हद तक दिख रहे थे।  फिर मैं और पति जीप में बैठकर स्कूल चले गए। स्कूल पहुँचे तो सब मुझे ही देख रहे थे। पर मुझे इतनी शर्म नहीं आ रही थी। फिर हम उस स्कूल के चैयरमेन के ऑफिस में चले गए। उस स्कूल का चैयरमेन बड़ी उम्र का ही था। उसके कोई औलाद नहीं थी। वो स्कूल के बच्चों को ही अपनी औलाद की तरह मानता था। उसके साथ उसके ऑफिस में उसकी पत्नी भी बैठती थी। दोनों काफी अच्छे थे। फिर मैं और पति बेटे से मिले। बेटा वहाँ काफी खुश था। उसका वहाँ काफी मन लग गया था। ये देखकर मैं और पति काफी खुश हुए। फिर मैं और पति वापिस चैयरमेन के ऑफिस में चले गए। फिर हम उनसे बातें करने लगे। तब मैंने ध्यान दिया कि उस चैयरमेन का झुकाव मेरी तरफ और उसकी पत्नी का झुकाव पति की तरफ हो रहा है। पर मुझे तब ये नहीं पता था के कभी में इस चैयरमेन से इसी आफिस में नंगी होकर चुदूगी और उसकी बीवी पति से चुदेगी। इसके बारे में मैं आपको फिर कभी बताऊंगी।

बेटे से मिलने के बाद हम घर आ गए। घर आते समय मैं जीप में ही नंगी होकर बैठ गई। मुझे नंगी देखकर पति भी गर्म हो गए। फिर पति ने जीप ऐसी जगह रोकी जहाँ आसपास काफी पेड़ थे। फिर पति जीप से उतरे और फिर मैं भी नंगी ही जीप से उतरकर पति के साथ उन पेड़ो के पीछे चली गई। फिर पहले मैंने पति का लंड चूसा और फिर पति ने मुझे घोड़ी बनाया और मुझे चोदने लगे। ऐसे खुले में और दूसरी जगह चुदाई करने में पति को और मुझे काफी मजा आ रहा था। फिर जब हमने कर लिया तो हम वापिस आ गए और जीप में बैठकर घर जाने लगे। हम घर जा रहे थे तो मैंने पति को बताया के जब पापा और मैं शाम को घर जाते थे तो पापा रोज ही रास्ते मे कहीं जीप रोककर मेरी चुदाई करते थे। ये सुनकर पति बोले के तुम जैसी औरत साथ हो तो फिर किसी से नहीं रहा जाता। पति की बात सुनकर मैं जोर जोर से हँसने लगी। फिर कुछ देर बाद हम घर पहुँच गए।


घर पहुंचे तो देखा के तीनों मिलकर सास की चुदाई कर रहे थे। शाम होने वाली थी तो मैं नौकर को लेकर पीछे चली गई पशुओं के पास और काम करने लगी और सास अपने दोनों बेटों के साथ पापा से चुदने लगी। फिर नौकर ने भी मुझसे एक बार किया। फिर रात को हम सब खाना खाने के बाद बैठ गए और बातें करने लगे। फिर मैं पापा से बोली के हमें काफी दिन हो गए है यहाँ तो कल हम वापिस जाएंगे। फिर पापा बोले के हाँ। फिर मैं पति और राज से बोली के आप भी हमारे साथ चलना और अपनी सास की खूब सेवा करना। फिर राज बोला के मुझे भुआ के पास जाना है। फिर सास बोली के लगता है तुझे भुआ की गाँड काफी पसंद आ गई है। पहले सास की गाँड मारले भुआ की तो बाद में मार लेना। ये सब सुनकर पापा को कुछ समझ नहीं आया। फिर मैंने पापा को भुआ के बारे में सब बताया। फिर मैंने भुआ की बड़ी बेटी का रिश्ता अपने भाई से करने की बात भी सबके सामने रखी। तो सास कहने लगी के ये तो बहुत अच्छा होगा। एक तो ये रिश्ते में रिश्ता है दूसरा के वो भी हमारे जैसे है तो संबंधी जी को अपनी एक और सग्गी की गाँड मारने को मिल जाएगी। ये सुनकर हम सब हँसने लगे। फिर मैं बोली के मैं मम्मी और भाई से इस बारे में बात करके ये रिश्ता करवाती हूँ। फिर बाते बाते करते सास अपने दोनों बेटों का लंड सहला रही थी और मैं पापा और नौकर का। फिर वो हमारी चुदाई करने लगे और फिर हम सो गए।

अगले भाग में बताऊंगी के पति ने मम्मी की चुदाई कैसे की.....

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