काका के साथ मम्मी को करते हुए कुछ महीने हो गए थे। इन महीनों में मम्मी ने काका के साथ लगभग हर दिन किया था और काका भी मम्मी का पूरा गुलाम बन गया था। काका मम्मी से घर पर तो करता ही था इसके अलावा वो दिन में मम्मी को अपने खेत मे ले जाता और वहाँ बने मकान में वो मम्मी से दिनभर करता रहता। फिर वो मम्मी को अपने घर पर ले जाता। घर पर उसकी बीवी और बेटी हैं जो कि बिल्कुल भोली हैं। तो इस बात का फायदा उठाकर वो मम्मी से अपने घर पर भी कर लेता। फिर मम्मी ने उसकी बीवी और बेटी को बहला फुसलाकर नंगा कर लेती थी। फिर उसकी बीवी और बेटी को पापा से चुदवा दिया। फिर काका भी अपनी बेटी को चोदने लगा। फिर एक दिन मैं और मम्मी काका के घर गई तो काका अपनी बेटी को ही चोद रहा था। फिर हमें देखकर काका ने अपना लंड अपनी बेटी की गाँड से निकाला और फिर नंगा ही हमारे पास आ गया। फिर मम्मी उसका लंड हिलाने लगी हम सबके सामने ही। फिर उसकी बेटी मुझे देखकर कपड़े पहनने लगी तो मैंने उससे कपड़े पहनने से रोक दिया और मैं खुद भी नंगी हो गई। फिर मैं उससे मस्ती करने लगी। उधर काका मम्मी को नंगी करके चोदने लगा था और मम्मी भी काफी मजे से चुदवा रही थी।
फिर मैंने काका की बीवी को भी नंगी कर दिया और उसके बूब वगैरह दबाने लगी। फिर इतने में काका झड़ गया तो मम्मी और काका हमारे पास आ गए। फिर मैं काका से बोली के तुम्हारे तो मजे ही मजे हैं जो चार चूत सामने खड़ी हैं। फिर मैं और काका हँसने लगे। फिर काका मेरे बूब सहलाने लगा। मैं भी काका की बाँहों में आ गई और काका से मस्ती करने लगी। फिर मैंने काका का लंड अपने पैरों से पकड़ा और हिलाने लगी। फिर काका ज्यादा ही गर्म हो गए तो वो फिर से मम्मी से करने लगे।
फिर एक बार काका को अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ जाना था। वहाँ किसी की शादी थी। तो काका ने मम्मी से साथ चलने को कहा। फिर मम्मी बोली के अगर उन्हें पता लग गया के मैं तुम्हारी बीवी नहीं हूँ तो फिर क्या होगा। फिर काका बोला के कुछ नहीं पता चलेगा। उन्होंने मेरी बीवी को देखा ही नहि हैं। बाद मैं कभी देखेंगे तो देखा जाएगा। फिर मम्मी बोली के ठीक है। फिर मम्मी काका के साथ उसकी बीवी बनकर चली गई। फिर वहाँ जब भी मौका मिलता तो काका मौका मिलते ही मम्मी से कर लेता। काका और मम्मी वहाँ कई दिन तक रहे और फिर वापिस आ गए। फिर मम्मी कहने लगी के मुझे ऐसे किसी और कि बीवी बनकर जाने में काफी मजा आया।
पापा और काका रोज तो नहि पर कभी कभी ड्रिंक कर लेते थे। फिर वो ड्रिंक करते तो मैं और मम्मी उन्हें अपने हाथों से पिलाती। मुझे और मम्मी को डांस काफी अच्छे से करना आता था तो हम फिर उन्हें नंगी होकर अपना डांस दिखाती। फिर एक तो उन्हें शराब का नशा होता और ऊपर से गर्म हो जाते तो फिर वो हमें काफी कस कस कर चोदते। पापा मैं तो अभी भी बहुत जोश भरा पड़ा था।
इस प्रकार मम्मी मस्ती करने का कोई भी मौका नहीं चूकती थी। मैं भी उन्हें काफी नए नए तरीके बताती करने के लिए।
अगले भाग में बताऊंगी के मैंने और मम्मी ने मेरे छोटे भाई को कैसे पटाया और उससे कैसे किया.....
Hhhh
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