मैं और जेठ जी दोनों ही काफी सेक्सी मिजाज के थे। जेठ जी मौका मिलते ही मुझसे करने लग जाते थे। मैं भी उनका पूरा साथ देती थी। जेठ जी यानी राज सुबह जाते तो मुझे कमरे में बुलाकर मुझसे करते और फिर खेत जाते। इसका पता सास को भी लग गया था। एक दिन राज मुझसे करके वो तो खेत चले गए और मैं कुछ देर बाद कमरे से अपने कपड़े ठीक करती हुई निकली तो सास मुस्कुराने लगी। फिर सास ने मुझसे कहा के तुम दोनों में इतनी जल्दी इतना प्यार बढ़ गया। ये देखकर मैं काफी खुश हूं। फिर सास बोली के बस ऐसे ही प्यार से रहना। फिर मैं अपना काम करने लगी। घर पर मैं और सास ही होती ज्यादा टाइम तो मैं और सास काफी बातें करती। हम दोनों काफी घुल मिल गई थी एक दूसरे से। फिर मैं सास के सामने बिना घूँघट के ही रहने लगी। फिर चुन्नी भी नहीं लेती।

राज को खेत में खाना देने मैं अकेली या कई बार मैं और सास जाती। मैं अकेली जाती तो राज मुझे जाते ही नंगी कर लेते और करने लग जाते फिर मैं नंगी ही रहती और वापिस आना होता तब ही कपड़े पहनती थी। खेत में खुले में करने में काफी मजा आता था। फिर कभी सास साथ जाती तब भी राज मुझे फसल के अंदर ले जाते और वहाँ मुझसे करते।
फिर एक दिन मैं खेत खाना देने अकेली ही गई थी तो मैं और राज दोनों खेत मे नंगे थे। फिर पीछे से सास भी आ गई थी जिसका पता हमें नहीं चला था। हम दोनों तो अपने मे ही मस्त थे। फिर सास के चिल्लाने की आवाज आई तो हम घबरा गए। फिर हम दोनों दौड़कर गए नंगे ही तो देखा के सास पानी में गिरी पड़ी थी और थोड़ा चिल्ला रही थी। फिर मैंने और राज ने उन्हें पानी से बाहर निकाला। फिर हमने पूछा के क्या हुआ था तो वो बोली के वो पानी के ऊपर से छलांग लगा रही थी तो उनका पैर मुड़ गया और वो पानी मे ही गिर गई। मम्मी के कपड़े पानी से भीग गए थे और कीचड़ भी लग गया था। मैं और राज नंगे ही थे। राज तो सास का पैर देख रहे थे और मैं उनके सिर की साइड बैठी थी।

फिर सास का दर्द कम हो गया तो वो राज से बोली के बेशर्म कपड़े पहन लें। फिर राज बोले के अब क्या पहनूँ अब तो आपने सब देख लिया। फिर सास और मैं हँसने लगी। फिर राज बोले के अब तो मैं कपड़े नहीं पहनूँगा ऐसे ही रहूँगा। आप मेरी माँ हो तो आपके सामने ऐसे नहीं रह सकता क्या। फिर हम हँसी मजाक करने लगे तो सास का दर्द पर से ध्यान हट गया और वो हँसने लगी। फिर सास ने मुझे भी कपड़े पहनने का बोला तो मैं बोली के मेरे कीचड़ लगा हुआ हैं तो नहाना पड़ेगा। फिर सास बोली के जा नहा आ। फिर मैं नहीं उठी तो सास बोली के जा शर्मा मत और नहा आ। मुझे शर्म तो नहीं आ रही थी इतनी मैं तो पहले वैसे ही नहीं खड़ी हुई थी। फिर सास के कहने पर मैं खड़ी हुई और नंगी ही नहाने चल पड़ी। राज का लंड पहले तो बैठा हुआ ही था और फिर मैं खड़ी होकर जाने लगी तो उनका लंड खड़ा हो गया। राज सास के साथ ही बैठे थे। उनका खड़ा लंड देखकर मुझे हँसी आ गई। फिर सास का ध्यान भी उनके लंड पर गया तो सास बोली के तू बहुत बेशर्म हो गया हैं। फिर हम हँसने लगे। पानी की डिग्गी बनी थी तो मैं उसमें नहाने लगी। वो डिग्गी वहीं सामने ही थी पर थोड़ी दूर थी। फिर कुछ देर बाद राज भी आ गए और वो मेरे साथ ही डिग्गी में आकर नहाने लगे। फिर उन्होंने मुझे नहलाया और पानी में एक दो बार मुझसे किया भी। फिर हम नहाकर साथ ही आए सास के पैसा। फिर मैंने सास के सामने ही वहीं कपड़े पहने और फिर राज ने भी नीचे सिर्फ लूँगी लपेट ली। फिर राज ने सास को अपनी गोदी में उठा लिया और फिर हम घर आ गए।

अंदर आँगन में आये ही थे के राज की लूँगी खुल गई और वो नंगे हो गए। फिर वो नंगे ही सास को एक कमरे में ले गए और उन्हें चारपाई पर लेटा दिया। फिर पीछे से मैं आई उनकी लूँगी लेकर। तो उन्होंने नहीं पहनी। फिर सास तो कमरे में आराम करने लगी और मैं चाय बनाने लगी और राज नहाने चले गए। फिर वो नहाकर आए तब भी नंगे ही घूम रहे थे। फिर हम सब ने साथ बैठकर चाय पी। फिर मैं सास को नहलाने ले गई। सास का कुर्ता तो मैंने उतार दिया था और फिर सास ने अपनी सलवार भी खोल दी। फिर मैं सास को नहलाने लगी। फिर सास बोली के तेरे कपड़े भीग रहे हैं। मैं बोली के कोई बात नहीं मैं नहाकर चेंज कर लूँगी। फिर सास बोली के खेत में नहीं शरमाई तो यहाँ क्यों शर्मा रही हो तो फिर मैं मुस्कुराने लगी और साथ मे अपने कपड़े खोलने लगी। फिर मैं भी नंगी हो गई और सास को नहलाने लगी। फिर सास बोली के तू भी नहा ले तो मैं बोली के मैं बाद में नहा लूँगी। फिर सास बोली के बाद में घर के काम में लग जाएगी तो कब देचक्रनहाएगी अभी नहा ले। तो मैं नहाने लगी। सास को मैंने कुर्सी पर बैठा रखा था। फिर मैं नहा ली तो देखा के मैं सास के कपड़े लाई ही नहीं थी। फिर मैं सास से बोली के मैं कपड़े लेकर आती हूँ। फिर सास बोली के राजू बाहर गया होगा तू मुझे ऐसे ही ले चल मैं कपड़े कमरे में ही पहन लूँगी। तो मैं बोली के ठीक है। फिर मैंने सास को उठाया और फिर हम दोनों नंगी ही अंदर जाने लगी। सास मेरा सहारा लेकर धीरे धीरे चल रही थी। फिर हम अंदर आई तो देखा के राज तो अंदर कमरे में थे कहीं नहीं गए थे।

फिर हमें देखकर वो बाहर आ गए। फिर वो सास से बोले के आप मुझे कपड़े पहनने का बोल रहे थे और अब आप ही ऐसे ही आ रहे हो और फिर वो हँसने लगे। फिर मैं औऱ सास भी हँसने लगी। सास बोली के मैं तेरी माँ हूँ मैं नंगी नहीं रह सकती क्या। सास ने राज को देखकर अपना कुछ भी नहीं छिपाया और ना ही मुझसे कुछ कहा। राज का लंड तेल से भीगा हुआ था और उनका एक हाथ भी तेल का था। तो मैं समझ गई थी के वो लंड की तेल से मालिश कर रहे थे। फिर मैं सास को कमरे में ले गई तो राज भी पीछे पीछे आ गया। फिर मैंने सास को चारपाई पर लेटा दिया। फिर सास ने एक चादर ओढ़ ली और आराम करने लगी। फिर मैं जाने लगी तो हार्दिक रोने लगा तो मैंने उसे गोदी में उठा लिया और उसे चुप करवाने लगी। फिर मैंने उसे चुप करवाने के लिए अपना एक बूब उसके मुँह में डाल दिया। फिर वो चुप हो गया और मेरा बूब चूसने लगा। मुझे तब दूध तो नहीं आता था पर वो ऐसे चुप हो जाता था। वहीं राज बैठे थे तो मैं उनके पैसा में बैठकर हार्दिक को बूब दे रही थी। फिर हार्दिक ने भी सास से बूब देने को कहा। सास बोली के तू अब बच्चा नहीं रहा। फिर राज बोले के बच्चा ही तो हूँ जो आपके सामने नंगा घूम रहा हूँ। फिर राज सास के पास चले गए। फिर सास की चादर उनके बूब से हटा दी और फिर उनका एक बूब मुँह में लेकर चूसने लग गए और अपने दूसरे हाथ से उनका दूसरा बूब सहलाने लगे। फिर राज ने सास की चादर को उनकी कमर तक कर दिया और फिर उनके पेट पर भी अपना हाथ घुमाने लगा। सास भी फिर राज को खुलकर अपने बूब चुसवाने लगी थी। राज सास के बूब उनकी चारपाई के नीचे बैठकर ही चूस रहे थे। सास के बूब चुसकर फिर राज बाहर चले गए और हार्दिक भी सो गया था तो मैं उसे सुलाकर बाहर आ गई।

मौसम खराब हो गया था और थोड़ी थोड़ी बारिश भी हो गई थी और मौसम ठंडा हो गया था। रात को राज को पानी लगाने भी जाना था खेत में। फिर मैंने खाना वगेरह बनाया। फिर राज ने ससुर को खाना खिलाया और मैंने सास को। मैं नंगी ही काम कर रही थी फिर सास बोली के बीमार हो जाएगी कुछ पहन लें मैं बोली के अब तो कर लिया सारा काम बस अब सोना ही हैं। फिर मैंने बर्तन वगेरह साफ करके अंदर आई। तो राज ने मुझे पकड़ लिया और मेरे बूब दबाने लगे। फिर हम कमरे में चले गए तो राज ने मुझे घोड़ी बनाया और मुझसे करने लगे। फिर उन्होंने अपना पानी मेरी गाँड में ही डाल दिया और फिर खेत चले गए।

फिर मैं सास के पास गई और सास के पैर की मालिश की। फिर मैं सास से बोली के मेरे कमरे में बेड पर सो जाते हैं तो सास बोली के ठीक है। फिर मैं सास और हार्दिक को अपने कमरे में ले गई। फिर मैं सास और हार्दिक तीनो एक साथ बेड पर ही सो गए। हार्दिक जाग रहा था तो वो कभी मेरे बूब दबाता कभी सास के। हम दोनों नंगी ही लेटी थी। फिर मैं सास से कहने लगी के वो राज की बात का बुरा ना माने। वो नंगे रहे आपके सामने। तो सास बोली के वो मेरा बेटा हैं उसका क्या बुरा मानना। फिर हार्दिक सो गया कुछ देर बाद तो मैंने उसे वहीं चारपाई पर सुला दिया और मैं सास से चिपक के सो गई। फिर मैं भी सास के बूब चूसने लगी तो सास मेरी पीठ पर हाथ फेरने लगी। फिर वो हाथ फेरते फेरते मेरी गाँड पर ले गई। मेरी गाँड से राज का पानी निकल रहा था तो वो सास के हाथ लगा तो सास बोली के ये क्या हैं तूने पेशाब कर दिया क्या। मैं बोली के नहीं ये तो ऐसे ही हैं। फिर सास ने फिर पूछा के ऐसे ही क्या हैं। उन्होंने एक दो बार पूछा तो मैंने बताया के राज ने यहाँ किया था तो उनका पानी हैं। फिर सास बोली के यहाँ कौन करता हैं। फिर मैं बोली के घोड़ी बनाके करते हैं। फिर सास ने मेरी गाँड में उंगली डाल दी उनकी उंगली आराम से चली गई। फिर वो बोली के मुझे दिखाना जरा। पहले तो मैंने मना कर दिया लेकिन फिर मैं उनकी तरफ अपनी गाँड खोलकर  जोर लगाने लगी तो गाँड का छेद थोड़ा बड़ा हो गया। ये देखकर सास तो बिल्कुल हैरान हो गई।

फिर वो बोली के दर्द नहीं होता। मैने कहा पहली बार हुआ था अब तो नहीं होता। फिर मैं मैगज़ीन लेकर आई जिसमे पीछे से करते हुए की फ़ोटो थी फिर वो मैंने सास को दिखाई तो सास देखती ही रह गई। उन फ़ोटो में औरतें नंगी होकर आदमी से अलग अलग स्टाइल में करवा रही थी। ये देखकर सास थोड़ी गर्म हो गई थी। फिर हम सोने लगी तो मैंने एक हाथ सास की चूत पर रख दिया और सहलाने लगी। फिर सास कुछ नहीं बोली तो मैंने एक उंगली अंदर डाल दी और अंदर बाहर करने लगी। सास को मजा आने लगा तो मैं जोर जोर से करने लगी और फिर सास भी जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी। फिर मैं सास के दोनों पैरों के बीच आ गई और उनकी चूत  अपनी चूत रगड़ने लगी। फिर मैं और सास एक साथ ही झड़ गई तो सास शांत हो गई और मैं भी सास के ऊपर ही सो गई। फिर हम सो गई।

अगले भाग में बताऊंगी के मैंने और राज ने खेत में क्या क्या किया और फिर सास को अपने साथ कैसे शामिल किया......


                             जेठ जी के साथ खेत मे और घर में सास के साथ मजे

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